बाबा बालक नाथ मंदिर, सेक्टर 29, चण्डीगढ़ का इतिहास और विकास

बाबा बालक नाथ मंदिर, सेक्टर 29, चण्डीगढ
मंदिर के प्रधान विनोद चट्ठा व महासचिव कमलेश चन्द्र ने इस मंदिर के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि इस मंदिर स्थल का शुभारम्भ 16 जून 1972 से हुआ था। उसके बाद 24 मई 1978 को मंदिर भवन का शिलान्यास हुआ व 2 जून 1985 को मंदिर में मूर्ति स्थापना की गई। मंदिर में बाबा बालक जी के साथ-साथ शिव परिवार, माँ भगवती, हनुमान जी, दत्तात्रेय जी, राम दरबार, राधा-कृष्ण, लक्ष्मी-नारायण, राजा भरतरी, संतोषी माता एवं काली माता जी की मूर्तियां स्थापित की गई हैं। इनके अलावा यहाँ बाबा बालक नाथ जी की गुफा की प्रतिकृति विशेष आकर्षण का केंद्र है। साथ ही यहाँ अखण्ड धूना व दो अखण्ड ज्योतें सदैव प्रज्ज्वलित रहतीं हैं। हर रविवार को प्रात: यहाँ भजन-कीर्तन होता है जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु जुटते हैं। उस दिन सुबह 8 से 11 बजे तक चाय-ब्रेड व दोपहर 2 बजे से अटूट भंडारा बरताया जाता है। मंदिर के अलावा यहाँ धर्मशाला, सत्संग हॉल, निशुल्क डिस्पेंसरी व चैरीटेबल लेबोरेट्री का भी प्रबंध है।
अभी हाल ही में मंदिर में बड़े स्तर पर रेनोवेशन कराई गई है जिसमें मंदिर का कोना-कोना नया- नवेला कर दिया गया है।
इन पदाधिकारियों ने बताया कि मंदिर द्वारा समय समय पर अस्पतालों एवं रेडक्रास को एबुलेंस, व्हीलचेयर, फ्यूनरल वैन आदि दान की जाती रहती हैं। इसके अलावा जरूरतमंद गरीब मरीजों को उनकी आवश्यकतानुसार दवाइयां एवं अन्य स्वास्थ्य सहायता उपलब्ध करवाई जाती हैं।